आज के इस आर्टिकल में मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर muhavare aur lokoktiyan mein antar टॉपिक को आगे बढ़ाते हुए मुहावरों , लोकोक्ति / कहावत, मुहावरा और लोकोक्ति में समानता, मुहावरे एवं उनके अर्थ और लोकोक्तियां और उनके अर्थ के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे |
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मुहावरा
मुहावरा व वाक्यांश जो अपने निवासी का अर्थ का बोध ना करा कर किसी विशेष अर्थ का बोध कराता है तथा भाषा में सचिव एवं प्रभाव को बढ़ाने में सहायता करता है यह भाषा को प्रभाव सुंदर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
मुहावरा शब्द का मूल रूप मुहाविरा है जो अरबी भाषा का शब्द है
उदाहरण –
आस्तीन का सांप
खून सूखना
हथियार डाल देना
लोकोक्ति / कहावत
कहावत अर्थात कही हुई बात
कहावत उन बातों को कहते हैं जिनमें जीवन के अनुभवों को संक्षिप्त एवं विलक्षण ढंग से व्यक्त किया गया हो और वह समय की कसौटी पर खरी उतरती हो या लंबे अरसे से अनुभव का एक परिणाम है जो कि सामान्य बोलचाल के वाक्यों में प्रयोग किया जाता है लोकोक्ति का पर्याय कहावत होता है
उदाहरण
अंधों में काना राजा
आ बैल मुझे मार
आग लगने पर कुआं खोदना
इसे भी पढ़े – मुहावरे और उनके अर्थ
मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर Muhavare Aur Lokoktiyan Mein Antar
मुहावरे | लोकोक्तियां कहावतें |
मुहावरा वाक्यांश होता है | कहावत पूरे वाक्य को कहते हैं |
इसका प्रयोग स्वतंत्र रूप से ना होकर वाक्य के नियमानुसार होता है | कहावत पर वाक्य रचना का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है |
मुहावरे का अर्थ अधिकतर लाक्षणिक होता है | कहावत पसंद अनुसार अभिधा लक्षणा व्यंजना तीनों होता है |
इसका प्रयोग भाषा में सजीवता आने के लिए किया जाता है | कहावत एक प्रकार का व्यावहारिक कथन है जो विषय को साबित करने के लिए प्रयुक्त होता है |
मुहावरे का संबंध किसी घटना प्रसंग से नहीं होता है | कहावत ओं का संबंध घटना प्रसंग से होता है |
मुहावरे में काल वचन पुरुष के अनुसार परिवर्तन होता है | कहावतों में ऐसा नहीं होता है |
साहित्यकारों के प्रयोग की विषय वस्तु है | यह आम आदमी की जुबान की शोभा है |
किसी बात को कहने का तरीका है | |
इस के रूप में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होता | |
इसके अंत में बहुधा ना आता है |
मुहावरा और लोकोक्ति में समानता
- दोनों ही गंभीर और व्यापक अनुभव की उपज है
- दोनों का ही अभिधात्मक या साधारण अर्थ अधिक महत्व नहीं रखता दोनों ही विलक्षण अर्थ को प्रकट करते हैं
- दोनों ही भाषा शैली को सरस और प्रभाव शील बनाते हैं
- दोनों में प्रयुक्त शब्दों के स्थान पर पर्यायवाची या समानार्थी शब्दों का प्रयोग नहीं किया जा सकता है
- दोनों का प्रयोग किसी अन्य और बिना अर्थ में नहीं किया जा सकता है
- दोनों की सार्थकता प्रयोग के बाद ही सिद्ध होती है
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मुहावरे एवं उनके अर्थ
- नाकों चने चबाना – खूब तंग करना
- आंखें चुराना – सामने आने से परहेज करना
- मुंह में पानी आना – लालच आना
- बात का धनी – वादे का पक्का
- हवाई किले बनाना – बड़ी-बड़ी कल्पनाएं करना
- षड्यंत्र होना – साजिश होना
- राई का पहाड़ बनाना – छोटी बात का बतंगड़ बनाना
- लोहा मनवाना – कड़ा मुकाबला करना
- मीठी छुरी चलाना – विश्वासघात करना
- पारा उतारना – क्रोध शांत होना
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लोकोक्तियां और उनके अर्थ
- हर मर्ज की दवा – हर बात के उपाय होती है
- शेर को सवा शेर – एक से बढ़कर दूसरा
- राम नाम जपना पराया माल अपना – बाहर से भक्ति और भीतर से ठग
- मुंह में राम बगल में छुरी – दिखावटी सज्जनता कपट पूर्ण आचरण
- भैंस के आगे बीन बजाना – बुद्धिहीन को उपदेश देना
- बहती गंगा में हाथ धोना – अवसर का लाभ उठाना
- पांचों उंगलियां घी में होना – चारों ओर से लाभ ही लाभ होना
- नाच ना जाने आंगन टेढ़ा – काम न जानना और बहाना करना
- धूप में बाल सफेद होना – सांसारिक अनुभव होना
- दीवार के भी कान होते हैं – रहस्य की बात अकेले में करनी चाहिए
हमने आज के आर्टिकल में मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर muhavare aur lokoktiyan mein antar के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की और साथ ही मुहावरों लोकोक्ति / कहावत, मुहावरा और लोकोक्ति में समानता, मुहावरे एवं उनके अर्थ और लोकोक्तियां और उनके अर्थ के बारे में बहुत ही अच्छे ढंग से समझा |