इस पोस्ट में हमारे द्वारा स्वर के बारे में संपूर्ण जानकारी जैसे – स्वरों के भेद swar ke kitne bhed hote hain स्वर वर्ण कितने होते हैं swaro ki sankhya स्वर की परिभाषा Swarg ki paribhasha स्वरों के उच्चारण स्थान इनके बारे में जानकारी दी गई है ।

स्वर वर्ण कितने होते हैं swaro ki sankhya
हिंदी वर्णमाला में स्वरों की संख्या कुल 13 होती है जिनमें से 11 मूल स्वर होते हैं |
स्वर की परिभाषा Swarg ki paribhasha
जिन का उच्चारण स्वतंत्र रूप से होता है उन्हें स्वर्ग कहते हैं |
स्वरों के भेद swar ke kitne bhed hote hain
स्वरों के भेद ( swaron ke bhed )कई प्रकार से किए जा सकते हैं उत्पत्ति के आधार पर उच्चारण काल के आधार पर जीभ के प्रयोग के आधार पर होठों की स्थिति के आधार पर मुंह खोलने की स्थिति के आधार पर |
उत्पत्ति के आधार पर
उत्पत्ति के आधार पर स्वर दो प्रकार के होते हैं –
मूल स्वर और दीर्घ स्वर
मूल स्वर mul swar
इसे हस्व या लघु स्वर भी कहते हैं इसमें निम्न स्वर आते हैं
अ, इ, उ, ऋ
दीर्घ स्वर Dirgh swar
इसे संधि स्वर या गुरु स्वर भी कहते हैं जो स्वर मूल स्वर के आपस में जोड़ने से बनते हैं अथवा दो स्वरों के योग से बनते हैं उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं दीर्घ स्वर दो प्रकार के होते हैं
मूल दीर्घ स्वर – आ, ई, ऊ
संयुक्त स्वर sanyukt sawar – ए, ऐ, ओ, औ
उच्चारण काल के आधार पर
उच्चारण काल के आधार पर स्वर तीन प्रकार के होते हैं
हस्व स्वर, दीर्घ स्वर और प्लुत स्वर
हस्व स्वर Haswa swar
जिन स्वरों के उच्चारण में कम समय लगता है उसे हस्व स्वर कहते हैं इसमें निम्न स्वर आते हैं
अ, इ, उ, ऋ
दीर्घ स्वर Dirgh swar
जिन स्वरों के उच्चारण में लघु स्वर की तुलना में दोगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं इसमें निम्न स्वर आते हैं
आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ
प्लुत स्वर Plut swar
जिन स्वरों के उच्चारण में दीर्घ स्वर से भी ज्यादा समय लगता है उसे प्लुत स्वर कहते हैं इसका प्रयोग पुकारने के लिए किया जाता है जैसे
मोऽऽहन
जीभ के प्रयोग के आधार पर
जीभ के प्रयोग के आधार पर स्वर तीन प्रकार के होते हैं
अग्र स्वर मध्य स्वर पश्च स्वर
अग्र स्वर – इ, ई, ए, ऐ, ऋ
मध्य स्वर – अ
पश्च स्वर Pasch swar – आ, उ, ऊ, ओ, औ
होठों की स्थिति के आधार पर
होठों की स्थिति के आधार पर स्वर दो प्रकार के होते हैं
आवृत्त मुखी स्वर, वृत्त मुखी स्वर
आवृत्त मुखी
इनके उच्चारण में होंठ गोलाकार नहीं होता है इसमें निम्न स्वर आते हैं
अ,आ,इ,ई,ए,ऐ,ऋ
वृत्त मुखी स्वर
इनके उच्चारण में होठ गोलाकार होता है इसमें निम्न स्वर आते हैं
उ,ऊ,ओ,औ
स्वरों का उच्चारण स्थान
अ,आ – कन्ठ से
इ, ई – तालु से
उ,ऊ – होठों से
ऋ – मुर्धा से
ए, ऐ – कंठ एवं तालु से
ओ, औ – कंठ एवं होठों से
FAQ
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प्लुत स्वर के उदाहरण
प्लुत स्वर के उदाहरण निम्न है
आऽऽकाश
सोऽऽहन -
Vowels kitne prakar ke hote Hain ?
हिंदी में 13 स्वर होते हैं जो कि इस प्रकार हैं
अ,आ,इ,ई,उ,ऊ,ए,ऐ,ओ,औ,अं,अः
इसे भी पढ़े – वर्ण किसे कहते हैं
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Achha hai 👍
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